ऋषिकेश : उत्तराखंड जल विद्युत निगम के चीला पावर हाउस में पेन स्टॉक में कंक्रीट इंजेक्ट करने में घालमेल का मामला सुर्खियों में आ गया है। चीला पॉवर हाउस में UJVNL द्वारा पेन स्टॉक का कार्य किया जा रहा हैं। जिसमें फाफी मात्रा में खोखलापन बताया गया है। वाकई हकीकत में ऐसा है, तो यह पॉवर हाउस के लिए बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है हालांकि इस पूरे प्रकरण में अनियमितता की बात भी सामने आ रही है लेकिन इस पर निगम के अधिकारी खुलेतौर पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।
दरअसल, करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से चीला पॉवर हाउस के पेन स्टॉक की मरम्मत का कार्य इन दिनों तेजी पर चल रहा है। जिसमें पेन स्टॉक में कंक्रीट को इंजेक्ट करने के लिए एक निजी एजेंसी को निगम ने ठेका दिया है। आधुनिक मशीन के माध्यम से पेनस्टॉक में लगभग 8500 किलोग्राम कंक्रीट इंजेक्ट किया जाना है।
बस इसी बात को लेकर अनियमितता का दावा किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो खास बात तो यह भी है कि पॉवर हाउस का इतना महत्वपूर्ण कार्य बिना किसी टेक्निकल एजेंसी की जांच के बिना किया जा रहा हैं जो कि भविष्य के लिए खतनाक साबित हो सकता हैं।